Thursday, April 2, 2015

'नागरिक' अखबार के संपादक मुनीष कुमार एवं उत्तराखण्ड परिवर्तन पार्टी के महासचिव प्रभात ध्यानी पर जानलेवा हमला

    रामनगर, उत्तराखंड - 'नागरिक' अखबार के संपादक मुनीष कुमार एवं उत्तराखण्ड परिवर्तन पार्टी के महासचिव प्रभात ध्यानी पर रामनगर से 20 किमी दूर थारी गांव में एक स्टोनक्रेशर मालिक के गुंडों द्वारा जान लेवा हमला बोला गया है।

   गौरतलब है कि उक्त स्टोनक्रेशर मालिक द्वारा वीरपुरलच्छी गांव के ग्रामीणों, जो कि बुक्सा जनजाति से हैं, की जमीन पर मलवा डालकर पहले से मौजूद एक संकरे मार्ग को चौड़ा करके अपने डंपरों के आने-जाने का मार्ग बना दिया गया है। इस मार्ग पर डंपरों के आने-जाने से जहां मार्ग के किनारे बसे बुक्सा जनजाति के लोगों के घरों में गर्द व मलवा भर जाता है, वहीं उनके जान-माल को भी नुकसान पहुंचता रहा है। ग्रामीण स्टोनक्रेशर मालिक के खिलाफ पिछले 2 साल से लगातार आंदोलन करते रहे हैं। इस आंदेालन में नागरिक अखबार के संपादक मुनीष कुमार एवं एवं उत्तराखण्ड परिवर्तन पार्टी के महासचिव प्रभात ध्यानी सतत् भागीदारी व दिशा-निर्देशन देते रहे हैं। स्टोनक्रेशर मालिक द्वारा इस आंदोलन को दबाने के लिए बर्बर व क्रूर तरीके अपनाये गये जिसमें एक बार क्रेशर मालिक के गुंडों द्वारा आंदोलनकारी महिलाओं को जमीन पर गिराकर उनकी छातियों पर बंदूक की बटों से प्रहार किया गया।लेकिन ग्रामवासी इससे विचलित नहीं हुए, उनका संघर्ष विभिन्न रूपों में जारी रहा।
अभी हाल में 24 मार्च 2015 को वीरपुर लच्छी गांव में एक 17 वर्षीया बालिका आशा की ट्रैक्टर ट्राॅली से उछलकर लगे पत्थर से घायल होने व 25 मार्च को उसकी अस्पताल में मौत हो गयी । गाँव वालों ने इसी मार्ग पर लड़की की अंत्येष्टि की। इस पूरे मामले में शुरु से ही प्रशासन अप्रत्यक्ष तौर पर स्टोनक्रेशर व डंपरमालिकों के साथ खड़ा रहा। लेकिन आंदोलन तेज करने के बाद उसे कुछ अधिकारियों को मार्ग की नाप-जोख करने गांव भेजना पड़ा। ये अधिकारी भी स्टोनक्रेशर मालिक के गुंड़ों के कहने के अनुसार ही भूमि की नाप-जोख कर रहे थे। ऐसे में ग्रामीणों ने नागरिक पाक्षिक अखबार के संपादक मुनीष कुमार को फोन करके बुलवाया जो प्रभात ध्यानी के साथ वीरपुरलच्छी गांव पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों से निराश न होने व किसी अन्य अधिकारी को नाप-जोख के लिये नियुक्त करने की मांग को लेकर आंदोलन करने की बात कही, जिसे ग्रामीणों ने स्वीकार कर लिया।
31 मार्च की शाम को वीरपुरलच्छी से लौटते हुए नागरिक अखबार के संपादक मुनीष कुमार एवं उत्तराखण्ड परिवर्तन पार्टी के महासचिव प्रभात ध्यानी पर स्टोनक्रेशर मालिक के गुंडों द्वारा कायरतापूर्ण हमला किया गया। प्रभात ध्यानी के सिर में गंभीर चोटें आयीं व काफी रक्तस्राव हुआ, मुनीष कुमार को भी काफी चोटें पहुंची लेकिन हेलमेट पहने होने के कारण उनका कुछ बचाव हो गया। प्रभात ध्यानी को हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में गंभीर स्थिति में भरती कराया गया है। हमलावर मुनीष कुमार का टैबलेट व प्रभात ध्यानी का मोबाइल भी छीन ले गये।
सभी प्रगतिशील व जनवादी शक्तियों से अपील है कि मजदूर मेहनतकश जनता के न्यायपूर्ण संघर्षों में   लगे लोगों पर इस तरह के कायराना हमलों की निंदा करें।

1 comment: