Wednesday, December 9, 2015

वार्ता न करने से वार्ता करने तक

कुछ महीनों तक लगातार एक-दूसरे के खिलाफ जहर उगलने के बाद भारत और पाकिस्तान की सरकारें एक बार फिर वार्ता की मेज पर आ गई हैं। पिछले सप्ताहभर में प्रधानमंत्री, सुरक्षा सलाहकार तथा विदेश मंत्री आदि आपस में मिले हैं। 
वार्ता के लिए एक-दूसरे के ऊपर ढेरों शर्तें थोपने और वार्ता न होने के लिए एक-दूसरे के ऊपर तोहमतें लगाने वाली सरकारें अचानक वार्ता क्यों करने लगीं ? उनका अचानक हदय या ‘मूड’ परिवर्तन क्यों हो गया। खबर है कि दोनों देशों की सरकारों पर इस वार्ता के लिए अमेरिका और ब्रिटेन की सरकारों से दबाव पड़ा है। यदि यह खबर सच है तो स्पष्ट है कि यह वार्ता साम्राज्यवादियों के दबाव में हो रही है। विश्व के हेडमास्टर दो झगड़ों वाले बच्चों को चपत लगाकर एक-दसूरे से सुलह करने को कह रहे हैं।
इसमें इन साम्राज्यवादियों का सीधा हित है। इस समय अमेरिका और ब्रिटेन के साम्राज्यवादी अफगानिस्तान में किसी तरह से मामले को नियंत्रण में लाने में लगे हुए हैं। पाकिस्तान में इस समय ‘हार्ट आॅफ एशिया’ भी इसी सम्बंध में हो रही है। साम्राज्यवादियों को इस बात का भय है कि भारत-पाकिस्तान सरकारों की आपसी खींचतान और अफगानिस्तान में उनकी प्रतिद्वन्द्विता इस पर बुरा असर डाल सकती है। यानी तब भारत-पाक सरकारों के बीच वार्ता का मतलब साम्राज्यवादियों के हितोें हो साधना हो जाता है। 
वैसे भी भारत-पाक सरकारें हमेशा की इस तरह के खेल खेलती रहती हैं। जहां इसमें भारत सरकार की ओर से कोशिश अपना वर्चस्व कायम करने की होती है, वहीं पाकिस्तान सरकार की कोशिश इसमें भारत सरकार की कोशिशों को नाकाम करने और उसे छकाने की होती है। साथ ही दोनों सरकारों का उद्देश्य अपनी-अपनी जनता को राष्ट्रीय उन्माद में डुबाने का भी होता है जिससे अपनी आंतरिक समस्याओं से ध्यान हटाया जा सके। चुनावों के समय इसका अपना महत्व हो जाता है जब भारत विरोध या पाकिस्तान विरोध देशभक्ति प्रदर्शित करने का प्रमाण बन जाता है।
दोनों देशों का पूंजीवादी प्रचारतंत्र अपनी-अपनी सरकारों के हिसाब से अपनी बीन बजाता रहता है। कभी वार्ता के पक्ष में प्रचार करना होता है तो कभी वार्ता के विरोध में।
जहां तक मजदूर वर्ग का सवाल है वह दृढ़ता से दोनों देशों की मजदूर-मेहनतकश जनता के भाईचारे और एकता का समर्थक हैं तथा दोनों ही देशों के शासकों व सरकारों का विरोधी। यहीं से वह इनकी कारगुजारियों का भंडोफोड़ करता है।

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